बंदूक की नोंक पर हुई लूट की घटना पुलिस का डर नहीं LIVE VIDEO देखे, बिलासपुर के ज्वेलर दुकान में

 

बिलासपुर में ज्वेलर दुकान में बंदूक की नोंक पर हुई लूट की घटना का अब LIVE VIDEO सामने आया है। बाइक सवार तीन लुटेरे दोपहर में ग्राहक बनकर दुकान के अंदर पहुंचे, फिर पिस्टल निकालकर दुकान संचालक पप्पू उर्फ दीपक सोनी को धमका कर गहनों को थैले में समेट लिया। तीन मिनट तक दीपक डरा-सहमा रहा। लेकिन फिर उसने हिम्मत जुटाई और अकेला ही पिस्तौल-चाकू से लैस लुटेरों से भिड़ गया। 

एक ने उसकी जांघ में गोली मार दी, लेकिन दीपक जूझता रहा और फिर मोहल्लेवालों की मदद से एक को पकड़ लिया। दूसरा लुटेरा स्टेशन से गिरफ्तार किया गया। दैनिक भास्कर को दीपक की दीदी और जीजा ने पूरा घटनाक्रम बताया।

Video edited on Kapwing


दुकान संचालक( दीपक ) की बहन की आंखो-देखी

 दीपक की बड़ी बहन पूजा सोनी ने लूट की इस घटना की आंखो देखी बताई। उन्होंने बताया कि उनकी भाभी के मोबाइल में भी CCTV कैमरे का एक्सेस है। दोपहर को उन्होंने चेहरे पर गमछा बांधे दो युवकों को दुकान के अंदर आते देखा।

 उन्हें लगा कि ग्राहक खरीदारी करने आए हैं। फिर उन्होंने मोबाइल बंद कर दिया लेकिन कुछ ही देर में चिल्लाने की आवाज सुनकर वह अपनी भाभी के साथ बाहर आई, तब भाई दीपक से छीना झपटी हो रही थी।

 इतने में बाजू के कमरे में सो रहे उनके पति प्रदीप सोनी भी दौड़ते हुए आ गए। तब तक लुटेरे और दीपक बाहर निकल गए थे और दीपक कुर्सी से लुटेरों को मार रहा था। ये देखकर प्रदीप और आसपास के कुछ लोगों ने एक लुटेरे को पकड़ लिया। बाकी दोनों भाग गए।


 दीपक करते रहा संघर्ष जीजा बोले- 

दीपक सोनी के जीजा प्रदीप सोनी ने बताया कि वह दुकान के बाजू के कमरे में ही सो रहे थे। तभी अचानक उन्हें चिल्लाने की आवाज सुनाई दी। जब वे उठकर बाहर निकले, तब लुटेरे भाग रहे थे। एक लड़के को दीपक और मोहल्ले के लड़के पकड़कर मार रहे थे। मैने पूछा, तब उनके लूटपाट करने का पता चला। इतने में मैं भी उसे मारने लगा।

 इस दौरान युवकों ने मुझे रोका और बताया कि दीपक को गोली लगी है। आ पहले इसे हॉस्पिटल लेकर जाओ। दीपक को गोली लगने की जानकारी मिलते ही मैं घबरा गया और उसे तत्काल अपोलो अस्पताल लेकर आया।



 डकैती के फरार आरोपी हैं लुटेरे

इधर, पुलिस पकड़े गए लुटेरे युवक को पकड़कर पुलिस पूछताछ कर रही है। इसके आधार पर पुलिस उसके दो अन्य साथियों की तलाश शुरू कर दी है।

 प्रारंभिक पूछताछ में पता चला है कि पुलिस गिरफ्त में आया मो. रमजान दर्रीघाट में कांग्रेस नेता टाकेश्वर पाटले के घर डकैती डालने वाले गिरोह में शामिल था। उससे पूछताछ के आधार पर पुलिस ने दूसरे लुटेरे मुक्ति साय ओड़िशा के सुंदरगढ़ का रहने वाला है।

 वह शालीमार एक्सप्रेस से भागने की फिराक में था, तभी पुलिस ने उसे दबोच लिया।

दिनदहाड़े हुई लूट पुलिस का डर नहीं

 दिनदहाड़े हुई लूट की कोशिश और गोलीकांड से बिलासपुर पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगा है। तीन माह पहले कांग्रेस नेता टाकेश्वर पाटले के घर हुई डकैती के फरार आरोपियों को भी पकड़ने में पुलिस ने कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई।

 इससे फरार आरोपियों का हौसला बढ़ गया और महज तीन माह के भीतर फरार लुटेरों ने दूसरी वारदात को अंजाम दे दिया। इससे पुलिस पर निष्क्रियता के आरोप भी लग रहे हैं।


                                                            दूसरा आरोपी 

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