50 से ज्यादा युवाओं से 10-10 हजार ठगे, कम्प्यूटर ट्रेनिंग देने के बहाने, ठगी का मामला 2 पर केस





 बेमेतरा थाना क्षेत्र में कंप्यूटर ट्रेनिंग के बहाने 50 से ज्यादा युवाओं से 10-10 हजार रुपए की ठगी हुई है। धोखाधड़ी करने वाले दो आरोपी के खिलाफ धारा 420, 34 के तहत एफआईआर दर्ज हुआ है। दोनों आरोपी कवर्धा के रहने वाले हैं, जो बेमेतरा के सिंघौरी गांव में किराए पर हॉल लिए थे। वहां 4-5 गांव के युवाओं को कम्प्यूटर ट्रेनिंग के बहाने उनसे 10-10 हजार रुपए ऐंठ लिए और फरार हो गए।

घर-घर जाकर बायोमेट्रिक मशीन से पैसे निकले 

खास बात यह है कि कैश जमा नहीं करने पर ठगों ने युवाओं के घरों में पहुंच बायोमेट्रिक मशीन में अंगूठा लगवाकर भी पैसे निकाले हैं। पैसे लेने के बाद युवाओं को रसीद भी नहीं दी गई है। पुलिस के मुताबिक मामला अगस्त 2021 का है। 

आरोपी रितिक लांझी और रूखमणी मेरावी कवर्धा के रहने वाले हैं। दोनों ने बेमेतरा जिले के ग्राम सिंघौरी में किराए पर कमरा लिया था। कंप्यूटर ट्रेनिंग के बजाने लोलेसरा, बैजी, पेंड्रीतराई व कुछेक अन्य गांवों के 50 से ज्यादा युवाओं से 10- 10 हजार रुपए लिए थे। इन्हें ट्रेनिंग के लिए सिंघौरी बुलाया जाता था।

नेटवर्क मार्केटिंग बिजनेस सिखाते थे, मोबाइल पर कम्प्यूटर था ही नहीं
ठगी के मामले में पीड़ित नीतू कोठारी, चंपेश्वर वर्मा, राजकुमार वर्मा ने बताया कि सिंघौरी में उन्हें कंप्यूटर ट्रेनिंग के लिए बुलाया जाता था, लेकिन वहां कंप्यूटर ही नहीं थे। उन्होंने बताया कि आरोपी रितिक और रूखमणी मोबाइल पर नेटवर्क मार्केटिंग बिजनेस के बारे में बताते थे।

 यही नहीं, 5- 6 युवाओं की टीम बनाकर अलग- अलग गांवों में भेजते, जहां ट्रेनिंग देने लोगों से पैसा जमा कराने के लिए कहा जाता। इसे वे ट्रेनिंग का हिस्सा होना बता रहे थे।

दादी का अंगूठा लगवाकर खाते से 10 हजार रुपए निकला और नेटवर्क बनाने का दबाव 
ग्राम बैजी निवासी सोनिया चेलक ने बताया कि 7 महीने पहले 6 लोग घर मे आए थे। इनमें 5 लड़की और 1 लड़का था, जो कंप्यूटर ट्रेनिंग का झांसा देकर बायोमेट्रिक मशीन में दादी का अंगूठा लगवाकर खाते से 10 हजार रुपए निकल लिए। ट्रेनिंग के लिए 1 दिन गई थी, लेकिन वहां नेटवर्क मार्केटिंग की जानकारी देते हुए और लोगों को इससे जोड़ने के लिए दबाव बनाने लगे।

3 हजार रुपए किराया और खाने का पैसा युवाओं से ही लिया
ग्राम पेंड्रीतराई की रहने वाली कंचन ने बताया कि ट्रेनिंग के बहाने सभी युवाओं को खरोरा और धमधा ले गए थे।

 वहां करीब 1 महीने तक रहना था। रहने का 3 हजार रुपए किराया और खाने का पैसा युवाओं से ही लिया गया। जहां हम रुके थे, वहां अव्यवस्था इतनी ज्यादा थी कि हम बीमार पड़ने लगे, तो बीच में ही लौट आए।

बाकी स्टूडेंट शिकायत करने से डर रहे

ग्राम लोलेसरा निवासी चंपेश्वर वर्मा ने बताया कि अभी 14 लोग रिपोर्ट दर्ज कराने सामने आए हैं। बाकी स्टूडेंट शिकायत करने से डर रहे हैं। क्योंकि पैसा वापस मांगने पर आरोपियों ने धमकी दी थी कि अगर थाने में एफआईआर कराया, तो उल्टा तुम लोग फंसोगे। इसी डर से बाकी स्टूडेंट शिकायत करने सामने नहीं आ रहे हैं।

टीआई जांच करने गए थे, नहीं मिले दस्तावेज: 

बेमेतरा थाना प्रभारी प्रेम प्रकाश अवधिया ने बताया कि आरोपी रितिक व रूखमणी के खिलाफ धारा 420, 34 के तहत अपराध दर्ज किया है।

 जांच के लिए शनिवार को सिंघौरी के उस ट्रेनिंग हॉल में गए थे, वहां कोई दस्तावेज नहीं मिले। लेकिन कुर्सी- टेबल लगे हुए थे। आरोपियों की सूचना कवर्धा पुलिस को दे दी गई है। जल्द ही आरोपी गिरफ्त में होंगे।

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