यूरिया, डीएपी और पोटाश में कौन से खाद्य असली है या नकली इसकी पहचान इस प्रकार करें







मौसम विज्ञानियों ने इस बार समय से पहले प्रदेश में मानसून आने की जानकारी दे रहे हैं। किसान अब खेती किसानी के काम में जुटते जा रहे हैं। खेती किसानी से पहले खाद की व्यवस्था सबसे पहले करनी पड़ती है। कृषि विभाग ने किसानों को खाद खरीदते समय असली व नकली की पहचान कराने की सलाह के साथ ही जरूरी जानकारी भी दे रहे हैं। जिले में खरीफ फसल की 178450 हेक्टेयर में धान की खेती किसान करते हैं। इसमें रोपाई और बोनी दोनों ही पद्धति शामिल है। 

कृषि विभाग ने किसानों को बीज, उर्वरक एवं कीटनाशक खरीदते समय ध्यान में रखने की बात कही है। बीज के अलावा खाद व कीटनाशक दावाओं की खरीदी अधिकृत विक्रेता से करने की सलाह दी है। कृषि आदानों का उपयोग करते समय इसकी निर्धारित मात्रा एवं सही आदान का ही प्रयोग करें ताकि होने वाले अपव्यय से बचा जा सकता है


असली और नकली का पहचान इस प्रकार करें 


  •  1.यूरिया

  • यूरिया, डीएपी, सुपर फास्फेट, पोटाश, जिंक सल्फेट आदि की असली या नकली होने की पहचान विभिन्न् तरीकों से कर सकते हैं। यूरिया के सफेद गोल आकार के एक जैसे दाने होते है, इसकी पहचान के लिए यूरिया के कुछ दानों को एक पानी के गिलास में डालकर इसके हिलाने पर संपूर्ण यूरिया पानी में घुल जाता है। पानी को छूने पर ठंडा महसूस हो तो यूरिया असली है

  • 2.डीएपी 

  • डीएपी के दाने कंकड़ की तरह अनियमित आकार के होते हैं। डीएपी के दानों को हथेली में रखकर तबांकू की तरह इसमें चूना मिलाकर रगड़ने पर तेज गंध का एहसास होता है तो डीएपी असली है। दूसरा तरीका यह है कि डीएपी के कुछ दानों को गरम तवे पर रखकर गर्म करने पर असली डीएपी के दाने फूल जाते है और नकली डीएपी के दाने नहीं फूलते हैं।


  • 3.पोटाश

  • पोटाश को पहचाने के लिए असली पोटाश सफेद एवं लाल मिर्च पाउडर जैसा होता है। असली पोटाश के दाने में नमी होने पर या उसमें पानी मिलाने पर आपस में चिपकते नहीं है तो पोटाश असली होता है। इसका दूसरा तरीका यह है कि पोटाश में पानी मिलाने पर इसमें उपस्थित लाल दाने पानी की उपरी सतह पर तैरने लगते है तो समझना चाहिए कि पोटाश असली है
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