युवाओ के साथ हो रहा खिलवाड़, जन स्वास्थ्य कर्मचारी यूनियन ने अग्निपथ योजना के विरोध में खोला मोर्चा, रेलवे ट्रैक पर बैठकर करेंगे विरोध
जन स्वास्थ्य कर्मचारी यूनियन ने अग्निपथ योजना का विरोध में प्रदर्शन किया है। यूनियन का आरोप है कि इस योजना के माध्यम से मोदी सरकार बेरोजगारों के साथ धोखा करना चाहती है। मोदी सरकार युवाओं को रोजगार देने के चार साल बाद बेरोजगार कर देगी। पहले वह यह बताए कि चार साल बाद बेरोजगार होकर वह युवा क्या करेंगे।
अग्निपथ योजना के विरोध में जन स्वास्थ्य कर्मचारी यूनियन ने मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने इसके विरोध में जगह-जगह जाकर लोगों को जोड़ना शुरू किया है। यूनियन के पदाधिकारी एक प्रचार रथ में रविवार को कोहका स्थित अवंती बाई चौक, कोहका बस्ती और सुपेला क्षेत्र पहुंचे। यहां उन्होंने लोगों को पंफलेट्स बांटकर और नारे लाकर इस योजना के विरोध में प्रचार प्रसार किया।
केंद्र के साथ साथ राज्य सरकार पर भी लगाया आरोप
यूनियन के कार्यकर्ताओं ने केंद्र के साथ साथ राज्य सरकार पर भी निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र की तरह ही छत्तीसगढ़ सरकार भी कर्मचारियों के साथ धोखा कर रही है। उसने छत्तीसगढ़ राज पत्र में कंडिका 12 लाकर स्वास्थ्य कर्मचारियों को काम से बाहर कर दिया।
इसकी जगह 176 पदों पर नई भर्ती निकाली गई है। यूनियन का कहना है कि सरकार चाहती तो सीधी भर्ती के तहत सभी कर्मचारियों नौकर पर ले सकती थी, लेकिन ऐसा नहीं किया गया।
चेतावनी दी - रेलवे ट्रैक पर बैठकर करेंगे विरोध
यूनियन के पदाधिकारी कलादास डहरिया ने यूनियन के माध्यम से चेतावनी दी है कि यदि 30 जून तक राज्य सरकार उनकी मांग को नहीं मानती है तो वे एक जुलाई को रेल पात पर बैठकर विरोध प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने कहा कि एक जुलाई 1992 को भिलाई में गोली कांड हुआ था। इस गोलीकांड में शहीदों की शपथ लेकर वह रेल पात पर बैठेंगे।