छत्तीसगढ़ के छात्रा की मौत, ऑनलाइन गेम के माध्यम से मिला था युवक से, कोचिंग के लिए निकली थी पर लौटी नहीं हॉस्टल, आखिरी बार देखा गया था युवक के साथ







छत्तीसगढ़ के बिलासपुर की 17 साल की स्टूडेंट की राजस्थान के कोटा में किडनैप कर हत्या कर दी गई। छात्रा कोटा में 12वीं की पढ़ाई के साथ ही NEET की तैयारी कर रही थी। एक माह पहले ही उसने दाखिला लिया था। वह तीन दिन से लापता थी। फिर उसका शव कोटा डैम के पास जंगल में मिला। छात्रा के सिर को पत्थर से कुचल कर हत्या की गई है। 

बिलासपुर के यदुनंदननगर में रहने वाले परिवार की इकलौती बड़ी बेटी सेंट फ्रांसिस स्कूल की छात्रा थी। यहां 11वीं कक्षा तक पढ़ाई करने के बाद वह मेडिकल की तैयारी करने के लिए राजस्थान के कोटा गई थी।

 पिता ने 25 अप्रैल को कोटा के न्यू राजीव गांधी नगर स्थित हॉस्टल में रहने की व्यवस्था की थी और एलन इंस्टीट्यूट में दाखिला दिलाया था। छात्रा 6 जून को हॉस्टल से कोचिंग जाने की बात कहकर निकली थी। छात्रा कोचिंग भी गई थी, लेकिन हॉस्टल नहीं लौटी।

घबराए परिजन पहुंचे कोटा जब मोबाइल बंद मिला छात्रा

6 जून को बेटी का मोबाइल बंद मिला। इस बीच हॉस्टल से भी पिता के पास फोन आया कि उनकी बेटी कोचिंग से हॉस्टल नहीं लौटी है। इससे परेशान होकर पिता अपने व अन्य रिश्तेदारों को लेकर कोटा पहुंचे। वहां उन्होंने जवाहर नगर थाने में सूचना दी। इसके बाद पुलिस छात्रा की तलाश में जुट गई थी।


8 जून के रात को मिली छात्रा लाश

नाबालिग लड़की के गायब होने पर पुलिस अपहरण की आशंका से जांच में जुट गई थी। उसके मोबाइल का लास्ट लोकेशन रावतभाटा में जवाहर सागर डैम के पास मिली थी। पास ही जंगल भी है। लिहाजा, पुलिस के साथ परिजन देर शाम तक जंगल में उसकी तलाश कर रहे थे। तभी पुलिस ने बुधवार की देर रात जंगल से छात्रा की लाश को बरामद किया।


गुजरात के एक युवक से हुई थी दोस्ती पिछले साल 

बताया जा रहा है कि छात्रा जब बिलासपुर में थी, तब मोबाइल में ऑनलाइन गेम खेलती थी। उसी से करीब साल भर पहले गुजरात के रहने वाले युवक से उसकी दोस्ती हो गई। इसके बाद से इंस्टाग्राम में दोनों आपस में चैट करने लगे। युवक 4 जून को गुजरात से कोटा आया था, 

जहां वह छात्रा से मिला। इसके बाद 6 जून को दोनों घूमने के लिए कोटा डेम की तरफ गए थे। इसके बाद छात्रा वापस नहीं लौटी और युवक का भी कुछ पता नहीं चला। सीसीटीवी में फुटेज में दोनों आखिरी बार साथ दिखे थे। 

छात्रा का शव मिलने के बाद पुलिस ने युवक को गांधीनगर से हिरासत में ले लिया। उससे पूछताछ की जा रही है। इसके बाद ही इस मामले का खुलासा होगा।


 बनना चाहती थी डॉक्टर अपनी बीमार मां की देखभाल के लिए

छात्रा के मामा ने बताया कि भांजी पढ़ाई में होनहार थी। जब वह सात साल की थी, तब उसकी मां न की तबीयत खराब हो गई थी। उस समय पता चला कि उसे किडनी की बीमारी है। तब से उनका डायलिसिस चल रहा है। 

अपनी मां की तकलीफ को देखकर वह उनका इलाज और देखभाल करने के लिए डॉक्टर बनना चाहती थी। इसलिए, पिता ने उसकी मेहनत व लगन को देखकर कोटा में दाखिला दिलाया था।


 बेटी की मौत की खबर को मां को नहीं बताया गया

 इस घटना की जानकारी लेने के लिए छात्रा के घर पहुंची, तब वहां सन्नाटा पसरा हुआ था और मातम का माहौल था। जानकारी लेने पर पता चला कि मां की तबीयत खराब है। वह अपोलो अस्पताल में डायलिसिस कराने गई थी। बेटी के गायब होने की सूचना पर उनकी तबीयत बिगड़ गई है। ऐसे में परिजनों ने उन्हें रिश्तेदार के घर में रखा है और उन्हें बेटी की मौत की जानकारी भी नहीं दी है।


इधर पुलिस की टीम युवक की खोज में गुजरात को लिकली  

कोटा में पिता अमीन को पुलिस अफसरों ने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है। परिजन उसके शव का पोस्टमार्टम के बाद उसे बिलासपुर लाने की तैयारी में है। उधर, पुलिस की टीम को गुजरात के युवक की जानकारी मिली है। लिहाजा, टीम सुबह से ही उसे पकड़ने के लिए रवाना हो गई है।

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