अंचल की संस्कृति और लघु-कुटीर उद्योगों को बढ़ावा देने लिए CM ने खोला - सी मार्ट, महिला स्व-सहायता समूहों के विक्रय का बाजार






बड़े डिपार्टमेंटल स्टोर की तरह आकर्षक शो रूम में छत्तीसगढ़ के गढ़ कलेवा ठेठरी, खुर्मी, देहरौरी से लेकर महिला स्व-सहायता समूह द्वारा तैयार बड़ी, पापड़, अचार से लेकर घरेलू सजावट की सामग्री, वन विभाग के वनौषधि प्रसंस्करण केंद्र द्वारा तैयार दवाएं, शुद्ध शहद एक साथ उपलब्ध होंगे। उद्देश्य है लघु एवं कुटीर उद्योग, महिला स्व-सहायता समूहों के उत्पाद के विक्रय के लिए बेहतर प्लेटफार्म उपलब्ध कराना।

इसके लिए दो स्थानों पद्मश्री पं श्यामलाल चतुर्वेदी मार्ग पर उनकी प्रतिमा के ठीक बाजू में तथा नूतन चौक पर ‘सी मार्ट’ बनकर तैयार हो गया है। शो रूम में काउंटर, रैक, ट्राली, टाइल्स, लाइट आदि लगाने पर 20 लाख रुपए खर्च किए गए हैं। इनका लोकार्पण करने के लिए प्रशासन द्वारा मुख्यमंत्री से समय लेने का प्रयास कर रहा है। जोन कमिश्नर प्रवीण शुक्ला के मुताबिक शो रूम के निर्माण के लिए डीएमएफ फंड से राशि उपलब्ध कराई गई।


संचालित महिला स्व-सहायता समूहों के उत्पादों को विक्रय करने का मिला बाजार

मुख्यमंत्री द्वारा राज्य शासन के विभिन्न विभागों की योजनाओं के अंतर्गत संचालित महिला स्व-सहायता समूहों, शिल्पियों, बुनकरों, दस्तकारों, कुम्भकारों अथवा अन्य पारंपरिक लघु एवं कुटीर उद्योगों द्वारा निर्मित उत्पादों का समुचित मूल्य सुनिश्चित करने, इनकी व्यवसायिक ढंग से मार्केटिंग सुनिश्चित करने के लिए सी मार्ट की स्थापना जिला मुख्यालयों में की जा रही है। सी मार्ट स्वसहायता समूह, कृषि उत्पादक समूह किसी बोर्ड से जुड़े हुए शिल्पकार, काष्ठागार आदि द्वारा उत्पादित सभी प्रकार के उत्पादों का अनूठा संग्रह होगा। वन विभाग के अंतर्गत संचालित ‘संजीवनी’ जिसमें शुद्ध शहद से लेकर औषधि प्रसंस्करण केंद्रों द्वारा तैयार 192 प्रकार के छत्तीसगढ़ हर्बल्स उपलब्ध रहेंगे।


सी मार्ट में मिलेंगी यह सभी चीजें

सी मार्ट के लिए महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा तैयार उत्पाद की सूची मंगाई गई है। जिला पंचायत के अंतर्गत गढ़ कलेवा में ठेठरी, खुर्मी, अईरसा, देहरौरी, चीला, बरा, बोबरा, सलौनी आदि व्यंजन रहेंगे। 

स्वसहायता समूह द्वारा तैयार मूंग दाल से लेकर रखिया, मूली लाई बड़ी, नीबू, कटहल, लहसून, करौंदा आदि के अचार, कार के टायर से तैयार मूढ़ा (बैठने के स्टूल) घरों के सजावट का सामान आदि शामिल रहेगा। अंचल में बेंत, लकड़ी, मिट्टी आदि से जितने भी प्रकार की कलात्मक चीजें तैयार की जाती हैं, वे सभी सी मार्ट में आसानी से उपलब्ध होंगी।


सी मार्ट कालघु-कुटीर उद्योगों को बढ़ावा, अंचल की संस्कृति से जुड़ी चीजों को सामने लाना 

सी मार्ट मुख्यमंत्री की कल्पना से खोले जा रहे हैं। इनका उद्देश्य छत्तीसगढ़ के पारंपरिक लघु-कुटीर उद्योगों को बढ़ावा देने, अंचल की संस्कृति से जुड़ी चीजों को सामने लाने तथा महिला स्व-सहायता समूह में कार्यरत महिलाओं के उत्पादों के विक्रय की व्यवस्था करना है। सी मार्ट के संचालन के लिए कलेक्टर की अध्यक्षता में कमेटी गठित की जा रही है।

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