पिता ने अपने ही बेटे का अपहरण कर मार के फेका, नाजायज होने के शक पर कर दिया हत्या, पुलिस को गुमराह करना चाहा पर पकड़ा गया








 बिलासपुर मे प्रेम विवाह के बाद हुए बेटे पर पिता नाजायज होने का शक करता था। इसी शंका में उसने शुक्रवार की शाम बच्चे का सिर जमीन पर पटकर हत्या कर दी। इसके बाद देर रात शव को गांव की गली में फेंक दिया। सुबह ग्रामीणों ने शव को देखकर पुलिस को सूचना दी। पुलिस की पूछताछ में आरोपित ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। ग्राम पंचायत सेलर के रहने वाला मदन लाल सूर्यवंशी(29) रोजी मजदूरी करता है। सात साल पहले मदन लाल ने मोहल्ले की सलमा(26) के साथ प्रेम विवाह किया था।


चरित्रहीन के चक्कर में कर दिया

चार साल पहले सलमा ने पुत्र को जन्म दिया। उनका नाम दिव्यांश उर्फ शौर्य उर्फ बल्ला रखा। दोनों पति-पत्नी अच्छे से रहते थे। दिव्यांश के जन्म के एक साल बाद मदन लाल अपनी पत्नी के चरित्र पर शंका करने लगा। वह दिव्यांश को नाजायज बताकर पत्नी से विवाद करता था। इस बात को लेकर पति पत्नी के बीच आए दिन झगड़ा होने लगा। आरोपित मदन अपनी पत्नी से मारपीट करता था। पांच माह पहले सलमा ने बेटी को जन्म दिया। इसके बावजूद पति-पत्नी के बीच का विवाद खत्म नहीं हुआ।


सुबह 4.30 बजे घर के पास गली में मिली लाश

सुबह होने से पहले ही परिजन फिर से बच्चे की तलाश में जुट गए। इस दौरान सुबह करीब 4.30 बजे शौर्य की लाश घर के पास ही गली में मिली, जिसे देखकर मदन के भतीजे ने परिजनों को जानकारी दी। मासूम बच्चे की मौत की खबर सुनकर घर में मातम छा गया। वहीं, मोहल्ले में लोगों की भीड़ जुट गई।


गले में रस्सी के निशान, अपहरण के बाद हत्या कर फेंकी गई है लाश
इस घटना की जानकारी मिलते ही सीपत TI हरीश तांडेकर, CSP स्नेहिल साहू सहित पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई। पुलिस परिजन व ग्रामीणों से पूछताछ कर जानकारी जुटा रही है। बच्चे के शरीर में खरोच के निशान हैं। वहीं, गले में रस्सी के भी निशान मिले हैं। ऐसे में उसका अपहरण और फिर हत्या करने की आशंका है। हत्यारों ने बच्चे की हत्या कर शव को घर के पास ही लाकर फेंक दिया था।


मदन लाल बार-बार पहले पुत्र दिव्यांश को नाजायज बताकर झगड़ा करता था। शुक्रवार को सलमा बच्चों के साथ घर पर थी। दोपहर 2:30 बजे मदल लाल शराब पीकर घर पहुंचा। वह पत्नी के चरित्र पर संदेह जताते हुए विवाद करने लगा। वह दिव्यांश को दूसरे की संतान बोल रहा था। परेशान होकर सलमा अपनी पांच माह की बेटी को लेकर मायके चली गई। जबकि दिव्यांश अपने पिता मदन लाल के साथ घर पर ही था।

पत्नी से विवाद के बाद मदन लाल गुस्से में था। उसने शाम 4.30 बजे दिव्यांश को कमरे में बुलाया और दरवाजा को अंदर से बंद कर दिव्यांश का गला दबाने लगा। जब उसकी सांसें नहीं स्र्कीं तो दोनों पैर को उठाया बच्चे का सिर जमीन पर पटक दिया। देर रात वह बच्चे के शव को गांव की गली में छोड़कर घर आ गया। सुबह शव मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। कड़ाई से पूछताछ करने पर मदन लाल ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है।


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