लेफ्टिनेंट कर्नल अपनी मां से वीडियो काॅल में बात कर रहे थे, माँ ने पूछा - बेटा घर कब आ रहा है तेज आवाज फिर कॉल कट







 सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल नेहरू नगर निवासी कपिल देव पांडेय इंफाल में लैंडस्लाइड की चपेट में आने के बाद 48 घंटे से लापता है। लगातार बारिश सेना के रेस्क्यू ऑपरेशन में बाधा उत्पन्न कर रही है। वहीं ऑपरेशन के लंबा खींचने से परिवार की चिंता बढ़ गई है। घटना बुधवार रात करीब साढ़े 12.30 बजे मणिपुर के इंफाल में निर्माणाधीन जिरिबम रेलवे लाइन और रेलवे स्टेशन की है।



 उस समय लेफ्टिनेंट कर्नल कपिल देव पांडेय वीडियो काॅल में अपनी मां कुसुम और बहन भावना पांडेय से बात कर रहे थे। कपिल तीन साल से भिलाई नहीं आए हैं। लिहाजा मां ने जिज्ञासावश बेटे से पूछा कि वह भिलाई कब आ रहा है? उसी समय कपिल को गड़गड़ाहट सुनाई दी। जिसके बाद उन्होंने मां से कहा कि लगता है कैंप स्थल के पीछे कुछ हो रहा है, जाना पड़ेगा। यह कहते हुए काल डिसकनेक्ट कर दिया। उसके बाद से लेफ्टिनेंट कर्नल कपिल देव का मोबाइल बंद है।


अक्टूबर 2019 में भिलाई आए थे

जून महीने में ही मेजर से लेफ्टिनेंट कर्नल बने कपिल देव, लेफ्टिनेंट कर्नल कपिल देव अंतिम बार अक्टूबर 2019 में भिलाई आए थे। उस समय उनकी माता की तबियत ठीक नहीं थी। उसके बाद से वे भिलाई नहीं आए हैं। लंबा समय होने की वजह से परिवार के सदस्यों के साथ दोस्त भी उसका भिलाई आने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। जून में उनका मेजर पद से लेफ्टिनेंट पद पर प्रमोशन हुआ है और अब ट्रांसफर का समय भी आ चुका है।



जिरिबम रेलवे लाइन और स्टेशन का निर्माण कार्य पर आर्मी की 107 सेना तैनात

मणिपुर के नोने जिला अंतर्गत जिरिबम रेलवे लाइन और स्टेशन का निर्माण कार्य चल रहा है। बोडो उग्रवादियों की वजह से यह प्रदेश का सबसे रिमोट और संवेदनशील एरिया में है। इसलिए निर्माण कार्य में लगे लोगों की सुरक्षा के लिए भारतीय सेना की टेरिटोरियल आर्मी की कंपनी 107 को तैनात किया गया है। लेफ्टिनेंट कर्नल कपिल देव टीम के कमांडर हैं और बीते तीन वर्षों से वहां पदस्थ हैं।


पहले नदी का तट धसका फिर पहाड़

कैंप नदीं से थोड़ी दूर स्थित है और चारो ओर पहाड़ है। बताया गया कि पहले नदी का तट धसका और उसके बाद पहाड़ी भी धसकने लगी। देखते ही देखते नदी पहाड़ के मलबे से ढक गई। करीब ढाई किलोमीटर के दायरे में चारों तरफ मलबा फैला हुआ है। साथ ही घटना के बाद से लगातार बारिश भी सेना के बचाव कार्य में बाधा उत्पन्न कर रही है। घटनास्थल तक पहुंचने के लिए शुक्रवार को वैकल्पिक मार्ग तैयार किया है। शनिवार को पुन: खीजबीन की जानी है।


लैंडस्लाइड घटना में 81 लोग प्रभावित हुए, इसमें आर्मी के 42 जवान भी, 18 घायलों को रेस्क्यू कर लिया 
लैंडस्लाइड में कुल 81 लोग प्रभावित हुए हैं। जिसमें 42 आर्मी के जवान शामिल हैं। 43 लोग अभी भी लापता हैं, जबकि 18 घायलों को रेस्क्यू कर लिया गया है, जिनका उपचार किया जा रहा है। सेना की ओर से गुरूवार की सुबह ही लेफ्टिनेंट कर्नल की पत्नी डॉ. छवि पांडेय जो खुद दिल्ली में लेफ्टिनेंट कर्नल पद पर पदस्थ हैं, उन्हें सूचना दी गई। सेना के अफसरों के साथ वे शुक्रवार को घटनास्थल पहुंच गई है। इसके बाद से लगातार अपडेट लिया जा रहा है।

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