बलौदाबाजार जिले का नाम बदलने की मांग, गिरौदपुरी का नाम बदलने जाने पर भड़के, बोले-बलौदाबाजार जिले का नाम बदलने की थी मांग
सतनामी समाज के लोगों ने पुलिस पर नाराजगी जाहिर
रायपुर में रविवार की सुबह विधानसभा इलाके में पुलिस और सतनामी समाज के लोग अपस में भिड़ गए। गिरौदपुरी से पैदल यात्रा लेकर ये सभी रायपुर मुख्यमंत्री निवास की ओर जाना चाह रहे थे। पुलिस ने रायपुर में शहर में दाखिल होने से पहले ही रोक लिया।
इसी बात को लेकर गिरौदपुरी से आए सतनामी समाज के लोगों ने पुलिस पर नाराजगी जाहिर की।सतनामी समाज के लोग गिरौदपुरी का नाम बदले जाने का विरोध कर रहे हैं। समस्त सतनामी समाज छत्तीसगढ़ इस नाम की संस्था से जुड़े पदाधिकारी सैकड़ों लोगों काे लेकर बीते 3 दिनों से पैदल यात्रा करते हुए रायपुर पहुंचे थे।
पुलिस द्वारा रोके जाने के बाद विवाद बढ़ा। मामला इस कदर बिगड़ा कि जिला प्रशासन के बड़े अधिकारियों को बुलाना पड़ा। काफी देर तक मनाने के बाद ये लोग बात करने को राजी हुए।
बलौदाबाजार जिले का नाम बदलवाना चाहते हैं
इन प्रदर्शनकारियों में शामिल कमल कुर्रे ने बताया कि गिरौदपुरी को तो पहले से ही लोग बाबा घासीदास के लिए जानते ही हैं। वहां उनका नाम जोड़ने को कोई मतलब नहीं।
हम चाहते हैं कि जिस जिले में उनका जन्म हुआ उस पूरे जिले का नाम बदला लाए। हम चाहते हैं बलौदाबाजार का नाम बदलकर गुरु घासीदास के नाम पर रखा जाए। सतनामी समाज के बवाल को देखते हुए जिला प्रशासन के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। समाज के लोगों ने मुख्यमंत्री के नाम तहसीलदार को ज्ञापन को सौंपा। इसमें बलौदाबाजार का नाम बदलने की मांग की गई है।