सावन के आखिरी सोमवार में भगवान शिव का अनोखा श्रृंगार देखने को मिला, सर्प श्रृंगार प्राचीन शिव मंदिर में शिवलिंग पर

 









सावन के आखिरी सोमवार के दिन रायपुर का एक ऐसा भी मंदिर था जहां भगवान शिव पर एक दो नहीं बल्कि चार-चार काले नाग लोटते नजर आए। मंदिर पहुंचे भक्त भी यह देखकर हैरान रह गए। फन फैलाए नाग भगवान शिव के शिवलिंग पर विराजमान थे। यह नजारा रहा रायपुर के बूढ़ेश्वर मंदिर का । शहर के सबसे प्राचीन शिव मंदिर में सावन के आखिरी सोमवार यह खास श्रृंगार किया गया था। जिसे नाम दिया गया सर्प श्रृंगार। 

मंदिर के प्रभारी राजेश व्यास ने बताया कि सर्प भगवान शिव को प्रिय है। इसलिए यह श्रृंगार किया गया है। शिवलिंग को अर्धनारीश्वर रूप में भी दर्शाया गया। भक्तों को रुद्राक्ष प्रसाद दिया गया। मंदिर भगवान शिव के दर्शन करने पहुंचे भक्तों के लिए फन फैलाए यह नाग एक अनोखा अनुभव रहा।




200 साल पहले से शिवलिंग पर पुराना नाता सांपों का

मान्यता है कि 200 साल पहले बूढ़ा तालाब के किनारे शिवलिंग पर हमेशा सांप लिपटे रहते थे। इसके बाद वहां मंदिर का निर्माण कराया गया। फिर मंदिर का जीर्णोद्धार 1950 के आसपास श्री पुष्टिकर समाज के सदस्यों ने किया। वर्तमान में पुष्टिकर समाज द्वारा ट्रस्ट गठित करके बूढ़ेश्वर मंदिर का संचालन किया जा रहा है।

बूढ़ा तालाब के पास लगभग 200 साल पुराना बूढ़ेश्वर महादेव मंदिर है। यह मंदिर आदिवासियों के आराध्य बूढ़ादेव के नाम पर बने बूढ़ातालाब के निकट होने के कारण बूढ़ेश्वर महादेव नाम से प्रसिद्घ है। गर्भगृह में शिवलिंग के साथ शिव परिवार प्रतिष्ठापित है। इनमें श्रीगणेश, श्री कार्तिकेय, माता पार्वती का दर्शन एक साथ किया जा सकता है। साथ ही राधा-कृष्ण, श्रीराम-सीता, नृसिंह नाथ, भैरवनाथ, हनुमान जी और संतोषी माता की प्रतिमा स्थापित है।

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