झरने ने लिया विकराल रूप, मंदिर में घुसा पानी, लापरवाही की तस्वीरें, सेल्फी के चक्कर में भारी पड़ सकती है लापरवाही


जतमई घटारानी जाने का रास्ता घटारानी का फोटो बिलासपुर से घटारानी की दूरी घटारानी कहां है दुर्ग से घटारानी की दूरी Jatmai waterfall









जतमई घटारानी वॉटरफाल उफान पर

राजधानी रायपुर से 80 किलोमीटर की दूर स्थित जतमई घटारानी वॉटरफाल उफान पर है। कुछ दिनों से यहां पानी की हल्की फुहार देखने को मिल रही थी। तीन दिनों में रायपुर और गरियाबंद जिले में हुई बारिश की वजह से यह झरना विशाल रूप ले चुका है। बदले हुए रूप को देखने यहां बड़ी तादाद में लोग पहुंच रहे हैं।

 लापरवाही की तस्वीरें

ऐसे में जान जोखिम में डालकर लापरवाही की तस्वीरें भी सामने आ रही हैं। हालांकि गरियाबंद पुलिस की तैनाती वहां की गई है। स्वतंत्रता दिवस की छुट्‌टी होने की वजह से सोमवार को यहां हजारों पर्यटक पहुंचे। लोगों की भीड़ झरने के बेहद करीब जा पहुंची। सेल्फी लेने और झरने के पानी के साथ वीडियो बनवाने के चक्कर में लोग फिसलन भरी चट्‌टानों में पानी के करीब पहुंच गए। 

मंदिर के भीतर सीढ़ियों पर भी पानी भरा हुआ है। सेल्फी के चक्कर में यहां दो साल पहले हादसे में एक युवक बुरी तरह से घायल हो चुका है। झरने में जल स्तर बढ़ने की वजह से यहां लोगों का तांता लग रहा है ।


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ऐसी लापरवाही जानलेवा है

झरने को सुरक्षित दूरी से भी देखा जा सकता है। मगर यहां लोग पानी के बहाव के करीब जाकर नहा रहे हैं, वीडियो बना रहे हैं। पुलिस की टीम लगातार बहाव से दूर हटने के कहती दिखी, मगर लोग नहीं माने। कुछ लोगों ने फिसलन वाली जगहों पर महिलाओं और बच्चों को उतार दिया। झरने से गिरते पानी में नहाने की कोशिश करते दिखे।


दो साल पहले 70 फीट से नीचे गिरा था युवक

दो साल पहले इसी वॉटरफाल में एक युवक को सेल्फी लेना महंगा पड़ गया। सेल्फी लेते वक्त युवक का पैर फिसल गया और वो पत्थरों से टकराता हुआ नीचे आ गिरा। युवक को घायल अवस्था में स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उसके कमर की हड्डी टूट गई। युवक अभनपुर के सारखी गांव का रहने वाला था।

16 अगस्त को भी प्रदेश में अनेक स्थानों पर बारिश के आसार

आने वाले एक दो दिनाें में घटारानी वॉटरफाल का जल स्तर और बढ़ सकता है। मौसम विभाग के मुताबिक 16 अगस्त को भी प्रदेश में अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने अथवा गरज चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। ये स्थिति एक दो दिनों तक बनी रह सकती है।


इस वजह से पड़ा नाम

स्थानीय लोगों ने इस जगह के बारे में बताया कि सबसे पहले घटारानी के स्थल पर घटा छा जाती है। इसके बाद आस-पास के गांव में बारिश होती है। इस वजह से यहां मौजूद देवी स्थल का नाम घटारानी पड़ा। यहां माता का मंदिर है। 

चट्टानों की खोह पर देवी जतमई माता विराजमान है। लोग यहां पिकनिक मनाने के लिए भी आते हैं जंगलों की आबो हवा लोगों को पसंद आती है, बरसात के दिनाें में श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ जाती है।


CG प्रदेश में बारिश की स्थिति

राज्य शासन के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक एक जून 2022 से अब तक राज्य में 885.1 मिमी औसत वर्षा दर्ज की जा चुकी है। 

बीजापुर जिले में सर्वाधिक 1894.1 मिमी और सरगुजा में जिले में सबसे कम 351.5 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गयी है। 

घटारानी वॉटरफाल वाले जिले गरियाबंद में 948.5 मिमी बारिश हुई है।



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