छत्तीसगढ़ में अग्रसेन जयंती के कार्यक्रम में शराब बंदी पर CM ने कहा कि, शराब बंदी की जाएगी, नवरात्रि के पहले दिन पहुंचे माँ बम्लेश्वरी के दरबार

 






मुख्यमंत्री भूपेश बघेल नवरात्रि के पहले दिन राजनांदगांव जिले के डोंगरगढ़ पहुंचे। यहां माता बम्लेश्वरी के दरबार में माथा टेकने के बाद वो दुर्ग और भिलाई में आयोजित कार्यक्रमों में शामिल हुए। महाराजा अग्रसेन जयंती के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा- मैंने लोगों की जेब में पैसे डालने का काम किया। ऐसा करके मैंने अर्थव्यवस्था की जड़ों को सींच दिया है। छत्तीसगढ़ में शराब बंदी पर सीएम ने कहा कि, शराब बंदी की जाएगी, लेकिन यह फैसला जल्दबाजी में नहीं किया जाएगा।





भिलाई और दुर्ग जिले में आयोजित महाराजा अग्रसेन जयंती के कार्यक्रम में पहुंचे। जहां उन्होंने कहा कि,अर्थव्यवस्था को गतिशील रखने में व्यापारी वर्ग का बड़ा योगदान है। सरकार की नीतियां बेहतर हों तो व्यापार फलता फूलता है। हमने ऐसी ही नीति बनाई। आज आपके चेहरे की मुस्कान देखकर अच्छा लगता है। 

जब हमारी सरकार आई तो यह शंका थी कि, ये तो किसानों की सरकार है। गरीबों की सरकार है। हमारे लिए क्या करेगी। फिर जब किसान का पैसा बाजार में आया तो व्यापारियों को लगा कि सजग और जागरूक नीति से हर वर्ग का लाभ होता है। जब एक बड़ा तबका बढ़ता है तो अन्य तबकों का अपने आप विकास होता है।


15 साल सत्ता में रहे, लेकिन अपना वादा पूरा नहीं किया

मुख्यमंत्री ने पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा कांग्रेस के वादे को न देखे। अपने वादों का हिसाब दे। 15 साल सत्ता में रहे, लेकिन अपना वादा पूरा नहीं किया। पहले भाजपा उसका हिसाब तो दे दे। उन्होंने कहा कि डॉ. रमन सिंह ने अपने विधायक दल की बैठक में कहा था कि चाहे सरकार भले ही चली जाए, लेकिन शराब बंदी करके रहूंगा।

सीएम ने कहा रमन सिंह ये बताएं कि उन्होंने शराब बंदी क्यों नहीं की। हर घर में नौकरी देने की बात कही थी, क्यों नहीं दी। 2100 रुपए क्विंटल धान खरीदी करने का वादा किया, क्यों नहीं पूरा किया। 15 साल उनको मौका मिला। वो ये सब वादे करके निकल गए, पहले उसका हिसाब कर लें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा शासन में डॉ. रमन सिंह चिटफंड कंपनियों में ब्रांड एंबेसडर बन गए थे। उन्होंने लाखों लोगों का करोड़ों रुपए जमा कराया। रमन सिंह ने किस बिनाह पर वह पैसा जमा करवाया। फिर 15 साल सत्ता में रहे तो क्यों पैसा वापस नहीं कराया। कार्रवाई क्यों नहीं की। उसका हिसाब दें।


जन जागरूकता लाकर ही बंद करेंगे शराब

मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ में शराब बंदी की जाएगी, लेकिन यह फैसला जल्दबाजी में नहीं किया जाएगा। शराब एक सामाजिक बुराई है। सब मिलकर ही उसको करेंगे। आंध्र प्रदेश और हरियाणा राज्य में जल्दबाजी में फैसला लेकर शराब बंदी की गई। इसके बाद सरकार को अपना फैसला वापस लेना पड़ा। गुजरात में शराब बंदी है, लेकिन जिस ब्रांड की शराब चाहिए वह मिल जाती है। 

बिहार में शराब बंदी है, लेकिन लोग सेनेटाइजर और जहरीली शराब पीकर मर रहे हैं। इसलिए इसे बंद करने के लिए जल्दबाजी में फैसला लेना गलत है। एक गांव में वहां के लोग आगे आए और निर्णय लिया कि वहां शराब बंदी होगी। अच्छा फैसला है। छत्तीसगढ़ में भी लोगों को इसके लिए आगे आना होगा। जन जागरूकता लाकर ही शराब बंदी करेंगे।

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